ये रहे अल्जाइमर बीमारी के शुरूआती संकेत, अध्ययन में बताई गईं कई नई बातें

ये रहे अल्जाइमर बीमारी के शुरूआती संकेत, अध्ययन में बताई गईं कई नई बातें

सेहतराग टीम

आज के समय में कब किसे कौन सी बीमारी हो जाए ये किसी को नहीं पता होता है। ऐसे में जरुरी है कि हम हर स्थिति और हर पल में अपना ख्याल रखें, क्योंकि अगर हम अपना ख्याल रखेंगे तो हमें कोई भी बीमारी से बच सकते हैं। हमारे रहन-सहन और खानपान में बदलाव से ही हमें रोग होता है। अब अल्जाइमर रोग (Alzheimer Disease) की ही बात करें तो ये डिमेंशिया रोग का आम प्रकार है, जिसमे व्यक्ति की याददाश्त और सोचने संबंधी आदतें प्रभावित होती हैं। इस बीमारी को लेकर कई तरह के अध्ययन पहले सामने आ चुके हैं, लेकिन अल्जाइमर (Alzheimer Disease) को लेकर एक और अध्ययन सामने आया है, जिसमें इसके शुरुआती संकेत के बारे में बताया गया है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

पढ़ें- वजन घटाने के लिए ज्यादा प्रोटीन लेने के 5 साइड इफेक्ट

कब किसी व्यक्ति को कौन सी बीमारी हो जाए, इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन हमारा रहन सहन और खानपान इन बीमारियों से हमें दूर रखने में मदद जरूर करता है। बात अगर अल्जाइमर रोग की ही करें तो ये डिमेंशिया रोग का आम प्रकार है, जिससे व्यक्ति की याददाश्त और सोचने संबंधी आदतें प्रभावित होती है। इस बीमारी को लेकर कई तरह के अध्ययन पहले सामने आ चुके हैं, लेकिन अल्जाइमर को लेकर एक और अध्ययन सामने आया है, जिसमें इसके शुरुआती संकेत के बारे में बताया गया है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

डायग्नोसिस असेसमेंट एंड डिसीज मॉनिटरिंग जर्नल में ये अध्ययन प्रकाशित हुआ। इसके मुताबिक, टीम ने अल्जाइमर रोग के विकास के एक उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के समूहों में मस्तिष्क सक्रियण का अध्ययन करने के लिए अल्जाइमर रोग की प्रारंभिक पहचान के लिए कंसोर्टियम से डेटा का इस्तेमाल किया।

इसमें एक समूह में 28 व्यक्ति शामिल थे जो अपनी याददाश्त खोने के बारे में चिंतित थे, लेकिन उनको ऐसी किसी तरह की परेशानी नहीं हुई थी। जबकि दूसरे समूह में हल्के लक्षण वाले 26 व्यक्तियों को शामिल किया गया था। यहां शोधकर्ताओं ने पाया कि पहले समूह में व्यक्ति, या वो लोग जिन्हें अपनी याददाश्त खोने का डर था, उनमें अल्जाइमर रोग से प्रभावित मस्तिष्क के कई प्रमुख क्षेत्रों में असामान्य रूप से उच्च स्तर की सक्रियता थी।

ये अध्ययन बताता है कि उन लोगों के मस्तिष्क के कुछ क्षेत्रों में अल्जाइमर की सक्रियता है, जो अपनी याददाश्त खोने के बारे में चिंतित थे लेकिन उनमें ऐसे कोई लक्षण नजर नहीं आए थे। वहीं, शोधकर्ता ने कहा कि, हल्के संज्ञानात्मक दोष वाले व्यक्ति, जिन्हें रोग के अधिक उन्नत चरण में माना जाता है, इनके मस्तिष्क क्षेत्रों में इस रोग की सक्रियता कम हो गई है।

इसे भी पढ़ें-

खाने की चीजों के लिए फॉयल पेपर इस्तेमाल करते हैं, तो इसके नुकसान भी जान लो?

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।